Hello Friends, आज हम आपसभी को बताने जा रहे है IP Address Kya Hai? IP Address Kaise kaam Karta Hai इस पोस्ट में IP Address की पूरी जानकारी देने जा रहे है। इसकी पूरी जानकारी लेने के लिए इस पोस्ट को पूरा पढ़े नहीं तो आपसभी को पूरी जानकारी नहीं मील पायेगी।
इप एड्रेस (IP Address) इंटरनेट प्रोटोकॉल एड्रेस (Internet Protocol Address ) को लोग IP Number, IP Address के नाम से भी जानते हैं। आज के समय में कोई बोले हमे Internet चलाना है पर बिना IP Address use किये तो ये पॉसिबल नहीं है क्योंकि बिना IP Address के कोई भी Internet use नहीं कर सकता है।
जैसे हम आपको बोले की आपको अपने फ्रेंड के घर जाना है पर रोड पे चलना नहीं है. आपको direct अपने फ्रेंड के घर जाना है यहाँ से तो आपका जवाब होगा बिना रोड पे चले अपने दोस्त के घर कैसे जा सकते है। ठीक उसी तरह Internet भी काम करता है. इंटरनेट को चलाने के लिए IP Address की जरूरत होती है इंटरनेट के लिए IP Address एक रोड की तरह है जहा जाना चाहे वह जा सकते है IP एड्रेस को इस्तेमाल कर के।
IP Address Kya है ? IP Address Kise Kahte Hai ?
इप एड्रेस (IP Address ) इतना तो आप समझ ही चुके है IP Address के जुड़ा हुआ है। जब कोई अपने Mobile या Laptop से जोड़ता है तो उसके Device को Internet पे पहचानने के लिए एक Code दिया जाता है। जिससे आपकी लोकेशन पता चलता है और आप कौन सा Network यूज़ कर रहे है पता चलता है। इस कोड को IP Address (Internet Protocol Address ) कहते है।
IP Address को चार भागो में बता होता है.चारो भागो को दासमलो से अलग किया जाता है.IP Address के हर पार्ट में 0 से 225 अंक (Number ) होता है। ऊपर फोटो में देख सकते है, 184.255.255.152 दिया गया है इसे IP Version 4 (IPv4) या Internet Protocol Version 4 कहते है क्योंकि IP Address का चौथा Version है। और IP Version 4 32 Bit का होता है।
Internet में सभी Device को Network या Internet से जुड़ा हुआ है सभी का IP Address अलग-अलग होता है. IPv4 (IP Version 4 ) से 270 लाख अलग- अलग IP Address बनाया जाता है।
अगर IPv4 से संख्या ऊपर गया तो IPv4 के जगह पे IPv6 आ जाता है. IPv6 को Png (IP New Generation ) भी कहा जाता है। Internet Protocol Version 6 128 Bit का होता है.
How Many Types Of IP Address? IP Address Kitne Prakar Ke Hote Hai ?
IP Address के बारे में जानते है तो आप यह भी जानते होंगे की IP Address के बहुत प्रकार के होते है. IP Address Number और Letters के भी होते है जहाँ सभी का काम अलग-अलग होता है. तो चलिए आप सभी को मुख्य रूप से 4 Types बताने जा रहे है। तो चलिए IP Address के Types के बारे में जानलेते है।
- Private IP Address
- Public IP Address
- Static IP Address
- Dynamic IP Address
और हां IP Address के 2 Types भी होते है IPv4 और IPv6 .
Private IP Address Kya Hai
Private IP Address का इस्तेमाल अपने Device को Router और दूसरे Device Communication करने के किया जाता है। और Private IP Address को Manually Router से Set किया जाता है. या आप Router के द्धारा कर सकते है. Router Automatic Set करता है।
Public IP Address Kya Hai
Public IP Address का इस्तेमाल Outside में किया जाता है और इसे ISP (Internet Service Provider ) द्वारा Assign किया गया हो. ये Main Address होता है,जिससे हम सब Use करते है Ghar या Business Network लिए इसका इस्तेमाल दुनिया में किसी भी Network से Communicate करने के लिए है। ये हमे रास्ता देता है जिसे हमारे Device को ISP तक पहुंचने के लिए जिससे हम सब दुनिया के किसी भी कोने से किसी भी Network से Communicate कर है अपने Mobile या Laptop से।
Private IP Address और Public IP Address Dynamic हो या Static भी हो सकते है इसका मतलब यह है की ये Change हो सकते है या नहीं भी।
Dynamic IP Address Kya Hai
Dynamic IP Address हमेसा बदलते रहता है और इसे DSCP Server द्धारा Assign किया जाता है।
Static IP Address Kya Hai
Static IP Address को Manually किसी भी Device में Configure किया जाता है इसे DSCP द्वारा Assign जाता है और ये बदलता नहीं है। Static IP Address Dynamic IP Address के बिलकुल उल्टा है। क्योंकि इसका IP Address Change नहीं होता है।
Version Of IP Address :-(IPv4) और (IPv6)
IPv4 :- IPv4 IP का चौथा Version है जिसे हम सब Communication के लिए इस्तेमाल करते है. यह 32 bit का होता है और ये सिर्फ 4 Billion Addresses को ही Support करता है। इसका मतलब ये हुआ की IPv4 4 Billion Devices को ही Address Provide कर सकता है।
IPv6 :- IPv4 होने के बावजूद IPv6 बनाने की क्या जरूरत पारी ये सवाल आप सभी के दिमाग में जरूर आया होगा तो आप आपको बता दे की आज कल हर किसी के पास एक से अधिक Device यूज़ करते है और Population कितना है आप तो जानते हो होंगे IP Address कम होने की वजह से IPv6 को लाया गया है। जिससे भविष्य में Address की कमी ना हो सके।
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